Tuesday, March 3, 2020

कोरोनावायरस से बचने के लिए हैंड सैनिटाइजर खरीद रहे लोग, इसकी बिक्री में 255% इजाफा


लंदन. कोरोनावायरस को लेकर लोगों की बढ़ती चिंता के कारण देश में हैंड सैनिटाइजर की बिक्री में वृद्धि देखी जा रही है। यह खुलासा मंगलवार को रिटेल रिसर्च कंपनी कैनटर की ओर से जारी रिपोर्ट में हुआ। इसके मुताबिक, इस साल बिक्री 255% बढ़ी है। इसका आकलन पिछले साल 23 फरवरी तक चार सप्ताह के दौरान हुई बिक्री और इस साल इसी अवधि में हुई बिक्री की तुलना करके किया गया है। इसके अनुसार, लिक्विड सोप की बिक्री 7% और घरेलू सफाई उत्पादों की बिक्री में 10% का इजाफा हुआ है।
ब्रिटेन में अब तक कोरोनावायरस के 51 मामले सामने आ चुके हैं। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
सरकार ने बचाव के लिए नई कार्ययोजना की घोषणा की
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा- ऐसे मामलों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। उन्होंने इससे बचाव के लिए नई कार्ययोजना शुरू करने की घोषणा की। जॉनसन ने कहा- इसका असर हमारे देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा मगर हम इससे निपटने के लिए तैयार हैं। सरकार इससे बचाव के लिए स्कूलों को बंद करने, लोगों को घर से काम करने की सहूलियत देने और बड़े पैमाने पर लोगों के एकजुट होने पर पाबंदी लगाने जैसे उपायों पर विचार कर रही है। जॉनसन ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय चुनौती है, मैं सोचता हूं कि हम इससे अच्छी तरह निपट लेंगे।
कोरोनावायरस से दुनिया में अब तक 3 हजार से ज्यादा मौतें
कोरोनावायरस की जद में दुनिया के 70 देश आ गए हैं। 3,113 लोगों की मौत हो चुकी है। 90,900 केस सामने आए हैं। सबसे ज्यादा  80,150 केस चीन में दर्ज हुए हैं। यहां अब तक 2,944 लोगों की जान गई है। दक्षिण कोरिया में 374 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही यहां कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 5,186 के पार पहुंच गई है जबकि 29 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में 100 मामले सामने आए हैं, जबकि 6 लोगों की जान गई है।

दिल्ली दंगा: शाहरुख़ को दिल्ली पुलिस ने यूपी से गिरफ़्तार किया





24 फरवरी को दिल्ली के जाफ़राबाद इलाक़े में हेड कांस्टेबल दीपक पर रिवाल्वर तैनात किए हुए दिखाई देने वाले युवक शाहरुख़ को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.
दिल्ली पुलिस के अधिकारिक सूत्रों ने शाहरुख़ की गिरफ़्तारी की पुष्टि की है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ इन्हें दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच की टीम ने उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया है.
दिल्ली दंगों के दौरान इस शख़्स के वीडियो की चर्चा सबसे ज़्यादा रही थी. इस वीडियो में शाहरुख़ दिन-दहाड़े पुलिस वाले पर पिस्तौल तान रहा है. इसके पीछे भीड़ है जो पत्थर फेंक रही है. लड़का लाल शर्ट पहने एक पुलिस वाले पर पिस्तौल ताने आगे की ओर बढ़ रहा है. लड़के के साथ भीड़ भी आगे की ओर बढ़ती है, इतने में गोली चलने की आवाज़ आती है.
द हिंदू के पत्रकार सौरभ त्रिवेदी ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा- ''एंटी- सीएए प्रदर्शनकरी जाफ़राबाद में फ़ायरिंग कर रहे हैं. इस शख़्स ने पुलिस वाले पर पिस्तौल तानी लेकिन वह अडिग खड़ा रहा.''
हालांकि यह भी कहा गया कि यह लड़का सीएए समर्थक प्रदर्शन का हिस्सा था. ये भी कहा गया कि इस लड़के के पीछे भगवा झंडे थे. ऐसे में इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब बीबीसी ने तलाशने की कोशिश की थी, जिसकी पूरी कहानी आप यहां पढ़ सकते हैं.
अंग्रेजी अख़बार द हिंदू के पत्रकार सौरभ त्रिवेदी सोमवार को घटनास्थल पर मौजूद थे और उन्होंने इस वीडियो के बारे में बीबीसी को बताया, ''मैं मौजपुर से बाबरपुर की ओर जा रहा था. तभी मुझे पता चला कि जाफ़राबाद और मौजपुर की सीमा के आस-पास वाहनों में आग लगी है, पत्थरबाज़ी जारी है. दोनों ओर से भीड़ आ रही थी. मैं जिस ओर था वहां सीएए के समर्थन में लोग खड़े थे. मेरे सामने जो भीड़ थी वो सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी. उनमें से एक शख़्स आगे आया और उसके हाथ में पिस्तौल थी. पीछे से भीड़ पत्थरबाज़ी कर रही थी. उसने पुलिस वाले पर पहले पिस्तौल तानी और भागने को कहा लेकिन पुलिस वाला खड़ा रहा. इसके बाद उस लड़के ने लगभग आठ राउंड फ़ायरिंग की.''

सौरभ आगे बताते हैं, ''मेरे पीछे जो भीड़ थी वो जय श्री राम के नारे लगा रही थी. यानी दोनों भीड़ के बीच में एक पुलिस वाला खड़ा था. गोली चलाने वाला लड़का सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहा था.''
सौरभ से हमें इस घटना का बेहतर क्वॉलिटी वाला वीडियो मिला. इस वीडियो को देखने पर हमें पता चला कि भीड़ के हाथों में जिसे लोग भगवा झंडा बता रहे हैं वो दरअसल ठेले पर सब्ज़ी-फल रखने वाले प्लास्टिक के बॉक्स हैं. जिसे प्रदर्शनकारी शील्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे थे.
हालांकि तमाम कोशिशों के बाद भी मोहम्मद शाहरुख़ के परिवार से हमारी कोई बात नहीं हो सकी है.
लेकिन प्रत्यक्षदर्शी और वीडियो को बारीक़ी से देखने पर दो चीज़ें साफ़ हैं कि मोहम्मद शाहरूख ना ही सीएए समर्थक प्रदर्शन का हिस्सा थे और ना ही उसके पीछे नज़र आ रही भीड़ के हाथों में भगवा झंडे थे.